जन्म: 19 नवम्बर 1958
व्यवसाय/कार्य/पद: एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ
शिखा शर्मा भारतीय बैंकिंग दुनिया की अहम हस्तियों में से एक हैं। वे एक्सिस बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ की भूमिका 2009 से निभा रही हैं। शिखा शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आईसीआईसीआई से की थी।. वे वहां विभिन्न प्रोजेक्टों से जुड़ी रहीं. इसके बाद वे आईसीआईसीआई प्रड्यूंशिएल लाइफ़ इंश्यूरेंस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ भी रहीं। वर्ष 1980 में आईसीआईसीआई के साथ कैरियर शुरू करने वाली शिखा शर्मा को आईसीआईसीआई के जीवन बीमा प्रभाग का मुखिया चुना गया। यह निजी क्षेत्र का पहला ऐसा बैंक था जिसे बीमा क्षेत्र में लाइसेंस प्राप्त हुआ था। उन्होंने पहले दिन से ही अपने संगठन को भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी बनाये रखने में सफलता हासिल की। आईसीआईसीआई को अपना दूसरा घर मानने वाली शिखा ने संगठन के विकास की दिशा में सदैव कार्य किया। एक सैन्य अधिकारी के घर जन्मी शिखा शर्मा ने जीवन में हमेशा अनुशासन बनाए रखा जो उनके कैरियर के विकास में हमेशा सहायक रहा है।
प्रारंभिक जीवन
शिखा शर्मा का जन्म एक सैन्य अधिकारी के घर 19 नवम्बर 1958 को हुआ। चूँकि उनके पिता फ़ौज में थे इसलिए शिखा की शिक्षा अलग-अलग शहरों के सात स्कूलों में हुई। उन्होंने दिल्ली के ‘लोरेटो कान्वेंट’ से अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के ‘लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन’ (LSR) से अर्थशास्त्र में बीए (ओनर्स) किया। तत्पश्चात उन्होंने मशहूर प्रबंधन संस्थान ‘आईआईएम अहमदाबाद’ से एमबीए किया। उसके बाद मुंबई के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी से सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया।
कैरियर
शिखा ने अपने अपने कैरियर की शुरुआत आईसीआईसीआई, उस समय भारत की सबसे बड़ी वित्तीय सेवा प्रदाता, के साथ वर्ष 1980 में की। वो आईआईएम अहमदाबाद से पढाई पूरी करने के बाद ही आईसीआईसीआई में शामिल हो गयीं। आईसीआईसीआई समूह के साथ अपने 28 वर्ष के कैरियर में उन्होंने विभिन्न व्यवसायों की स्थापना की। सन 1992 में उन्होंने आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जो आईसीआईसीआई और जेपी मॉर्गन का एक संयुक्त उद्यम है, की स्थापना की। उन्होंने आईसीआईसीआई के लिए विभिन्न समूह व्यवसायों की स्थापना की जिसमे निवेश बैंकिंग और रिटेल फाइनेंस भी शामिल हैं। वर्ष 1995 में उन्हें आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में ले जाया गया और जेपी मॉर्गन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया। 1997 में वह सामरिक योजना और विकास के महाप्रबंधक के रूप में आईसीआईसीआई में फिर से शामिल हो गयीं। 1998 में वह आईसीआईसीआई निजी वित्तीय सेवाओं की प्रबंध निदेशक बन गयीं। शिखा ने अप्रैल 2009 तक आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के निदेशक के रूप में कार्य किया और एसीसी लिमिटेड में दिसंबर 2006 से लेकर मई 2009 स्वतंत्र निदेशक के पद पर कार्य किया।
वो 1 जून 2009 से एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ और एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष और एसोसिएट डायरेक्टर के तौर पर कार्य कर रही हैं।
योगदान
आईसीआईसीआई के विकास में शिखा शर्मा का बड़ा योगदान है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल उनके मेहनत और दूरदृष्टि से ही यहाँ तक पहुंचा है। आईसीआईसीआई ग्रुप के साथ अपने २८ साल के कैरियर में उन्होंने कई कंपनियों की स्थापना की और निजी वित्तीय सेवा कारोबार की नींव रखी। उन्होंने गरीब लोगों के लिए 1 डॉलर प्रतिमाह का सूक्ष्म बीमा कवर का शुभारंभ किया। वर्ष 2008 तक बीमा बाज़ार में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की 13% हिस्सेदारी थी और इसका बहुत बड़ा श्रेय शिखा को जाता है।
विरासत
शिखा शर्मा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के शीर्ष महिला अधिकारियों में से एक हैं। बैंकिंग और बीमा जैसे एक पुरुष प्रधान क्षेत्र में उन्होंने अपने कठिन परीश्रम, दूरदृष्टि और असाधारण नेतृत्व से एक बड़ा मकाम हासिल किया है। उन्होंने अपने लगन से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल को देश की सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी बना दिया। अपने इस कामयाबी से वो लाखों भारतीय महिलाओं के लिए मिसाल बन गयीं।
निजी जीवन
उनका विवाह संजय शर्मा से हुआ जो टाटा इंटरैक्टिव सिस्टम्स के सीईओ हैं। इनके दो बच्चे हैं – तिलक और त्विशा। शिखा के दो भाई ह्रदय रोग विशेषग्य हैं।
सम्मान और पुरस्कार
- AIMA के मैनेजिंग इंडिया अवार्ड 2012 में उन्हें ‘ट्रांसफोर्मेस्नल बिज़नस लीडर ऑफ़ द इयर’ सम्मान दिया गया
- ब्लूमबर्ग-यूटीवी फाइनेंसियल लीडरशिप अवार्ड्स 2012 में उन्हें ‘वीमेन लीडर ऑफ़ द इयर’ चुना गया
- बिज़नसवर्ल्ड 2012 का ‘बैंकर ऑफ़ द इयर’ पुरस्कार
- फोर्ब्स पत्रिका के 2012 के ‘एसिआज 50 पॉवर बिज़नस वीमेन’ की सूची में स्थान
- 2012 के इंडियन एक्सप्रेस ‘मोस्ट पावरफुल इंडियनस’ में नाम
- इंडिया टुडे के 2012 के ‘पॉवर लिस्ट ऑफ़ 25 मोस्ट इन्फ़्लेन्सिअल वीमेन’ में नाम
- फाइनेंस एशिया 2011 के ‘टॉप 20 वीमेन इन फाइनेंस’
- बिज़नस टुडे ‘हॉल ऑफ़ फेम’ 2011 में शामिल
- फार्च्यून के ग्लोबल एंड इंडिया के ’50 मोस्ट पावरफुल वीमेन इन बिज़नस’ के लिस्ट में
- इकनोमिक टाइम्स अवार्ड्स 2008 में ‘बिज़नसवीमेन ऑफ़ द इयर’ सम्मान
- अर्न्स्ट एंड यंग इंटरप्रेन्योर अवार्ड 2007 में ‘इंटरप्रेन्योर ऑफ़ द इयर – मैनेजर’ से सम्मानित
- CNBC 18 के बिज़नस लीडर अवार्ड्स में ‘आउटस्टैंडिंग बिज़नेसवीमेन ऑफ़ द इयर’ सम्मान
टाइमलाइन (जीवन घटनाक्रम)
1980: एक परियोजना अधिकारी के रूप में आईसीआईसीआई के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की
1992: आईसीआईसीआई और जे पी मॉर्गन के संयुक्त उद्यम – आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज स्थापित किया
1995: आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में चली गयीं और जेपी मॉर्गन के लिए प्रतिनियुक्त हुईं
1997: आईसीआईसीआई फिर से शामिल हुईं
1998: आईसीआईसीआई पर्सनल फाइनेंशियल सर्विसेज की प्रबंध निदेशक बनीं
2009: एक्सिस बैंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक और एक्सिस असेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के एसोसिएट निदेशक और अध्यक्ष बनीं